10 best Hindi quotes
10 best Hindi quotes written in veer ras, adbhut ras, raudra ras, shaant ras, bhayanak ras and veebhats ras from Kalamkash’s diary.
“पुरुष बनता तभी प्रबल जब,
विपत्ती निकट आती है,
भय बनकर, प्रक्षय बनकर,
वह जब उसको दहलाती है।”
“कभी वक्ष चीरता पर्वत का,
कभी तन को पत्थर बनाता है,
हर विपद हर विघ्न सहकर,
वह वीर इतिहास रचाता है।”
“भय का त्याग करो हे वीर,
गगन समूचा साधो तुम,
निष्कंटक राह न देखो,
अगम संसार को बांधो तुम।”
“कर में खड्ग धरे हुए,
गर्जन वह सघन विकराल देख,
मस्तक पर रुधिर की लालिमा,
वह वक्ष वह भाल कराल देख ,
यह देख की जिसके समक्ष,
सारी वसुधा है झुकी हुई,
यह देख की जिसके समक्ष,
सारी विभा है झुकी हुई।”
“निंद्य की ही तो बात की,
मनुज-मनुज को मारे-काटे,
निंद्य की ही तो बात की,
हम जात-पात में खुदको बाटें।”
“जो आतप में तन जलाते हैं,
विघ्नों में मन गलाते हैं,
अनय अलात सब सहते हैं,
मुख से ‘आह’ न कहते हैं,
स्वयं वज्र बनजाते हैं,
वही वीर इतिहास रचाते हैं।”
“वक्ष फट गए शिलाओं के,
जब खड्ग उठा वह वीर चला,
हो गयी धरा सब त्राहि-त्राहि,
जब प्रत्यंचा से तीर चला,
शिखर डगमगाया,
समुद्र लहराया,
बाण चला जब पार्थ ने,
नया करतब दिखलाया।”
“हे प्रभु मुझे काल दो,
या भीषण अग्नि में डाल दो,
शत्रु चाहे दो जितना कुटिल,
किन्तु मित्र रूपी न व्याल दो।”
“धधकती भू पर यह पाँव किसके?
किसका यह दीपित भाल?
प्रज्वलित किसका यह शोणित बहता?
किसका यह वक्ष कराल?
बोलो की यह कौन वीर है?
मनुज है या भगवान?
वह्नि सा बरसता, मेघों सा गरजता,
है बड़ा अद्भुत सुजान।”
“तुम मार्तण्ड से विभाकर बनो,
बनो अग्नि के तेज प्रचंड,
ह्रदय तम में ज्योति जलाओ,
बनो धर्म के कोदण्ड।”