राम चलो वनवास चलें July 10, 2024July 10, 2024 KalamKash राम चलो वनवास चलें, लोग तुम्हें अब ना भजते। रीत यहाँ कि नहीं अब वो, छोड़ गये तुम थे तब जो।।