तन्हाई

कौन है वो जिससे पिछली शाम मिले, क्या कोई अनजान शख्स? या तुम्हारी तन्हाई? “तन्हाई” is an Urdu Nazm beautifully composed by Kalamkash.

स्वार्थ

स्वार्थ वह उग्र भाव है जो दुर्बल से दुर्बल व्यक्ति को भी बलवान बना देता है। इस भाव के कारण व्यक्ति में वह सबकुछ करने का बल…

शहर

“ये शहर की चकाचौंध आँखों में बड़ी खलती है,ये शहर शायद खा रहा है मुझे।” ‘शहर’ is a very beautiful Nazm written by Kalamkash.