गली का कुत्ता
सुबह से यह कुत्ता इसी गली के चक्कर काट रहा है। कोई मूर्ख गाड़ी चढ़ा गया है, तबसे बेचारा यूँ ही रोता हुआ घूम रहा है।
सुबह से यह कुत्ता इसी गली के चक्कर काट रहा है। कोई मूर्ख गाड़ी चढ़ा गया है, तबसे बेचारा यूँ ही रोता हुआ घूम रहा है।
Raksha Bandhan is a Hindi-Urdu poem writeen by Kalamkash on the occasion of Raksha Bandhan, an Indian festival.
Thakur Sahab is the first story written by Kalamkash. The story expresses the impact of lousy parenting due to which youngsters become so rude.